कस्टमाइज़ेशन एक पद्धति है, जो 4Rs प्रबंधन के सिद्धांत – पोषण विभाजन पद्धति, ख़ास तौर पर नाइट्रोजन और फॉस्फोरस (N/P) को अलग करना, के आधार पर मिट्टी के स्वास्थ्य के विशिष्ट समाधान देता है, जिसका लक्ष्य है ज़्यादा संतुलित और पर्यावरण-अनुकूल प्रक्रियाओं द्वारा मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार लाना|
ये समाधान मिट्टी, फसल, किसानों के उद्देश्यों और खेती की प्रक्रियाओं और संवर्धन जुड़ी विशिष्ट ज़रूरतों को पूरा करने और चैनल पार्टनर्स, रीटेलर्स, कोऑपरेटिव्स, किसान, कृषि-खाद्य व्यापार और अंतिम उपभोक्ता समेत अलग-अलग बाज़ारों के लिये मूल्य-निर्माण करने के लिये विकसित किये जाते हैं|
स्थानीय स्थितियों, कृषि प्रक्रियाओं और ग्राहको की पसंद के अनुकूल होने के कारण यह पद्धति असरदार भी है और पर्यावरण-अनुकूल भी, और साथ ही अलग-अलग क्षेत्रों में मिट्टी के स्वास्थ्य और उत्पादकता का अनुकूलन करती है|